लकी में बिराजे श्रीरामराजा सरकार, पहना खजूर का मुकुट बने दूल्हा छवि देखो श्री राम की, दुल्हन बनी सिया जानकी
 
ओरछा में रामराजा सरकार की भव्य बारात का घर-घर हुआ स्वागत, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा दी गई सलामी, वाणिज्यकर मंत्री श्री राठौर ने तिलक कर पालकी उठाई





 

      बुंदेलखंड की अयोध्या ओरछा में विवाह पंचमी के अवसर पर रविवार की शाम होते-होते पूरा मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से भर गया। सभी को इंतजार था तो बस मंदिर के पट खुलने को। लोगों की निगाहें केवल मंदिर के पटों पर जमी हुई थीं, कि कब पट खुलें और वह दूल्हा बने अपने आराध्य श्रीरामराजा सरकार के दर्शन करें। वहीं प्रांगण में महिला श्रद्धालुओं द्वारा गाये जा रहे गीत, बने दूल्हा छवि देखो श्री राम की, दुल्हन बनी सिया जानकी से लोगों के मन में दर्शन की उत्सुक्ता और बढ़ती जा रही थी।
      विवाह पंचमी के अवसर पर श्रीरामराजा मंदिर का प्रांगण श्रद्धालुओं से पटा रहा। श्रीराम जानकी विवाह के लिये देश भर से लोग यहां एकत्रित हुये। श्रीरामराजा विवाह के लिये उमड़े सैलाब को देखकर विदेशी पर्यटक भी इस आयोजन को लेकर रोमांचित होते दिखाई दिये। सभी को इंतजार था तो मंदिर के पट खुलने और दूल्हा के वेश में अपने राजा को देखने का। मंदिर के पट खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड़ अंदर जाने को बेताव होती दिखाई दी और पल भर में ही मंदिर का आंगन श्रद्धालुओं से भर गया। पट खुलने के बाद भगवान की आरती हुई और भवनान को दूहा के वेश में पालकी में विराजमान किया गया।  
   भगवान श्री राम की प्रसिद्ध प्राचीन नगरी में भगवान श्री रामराजा सरकार के विवाह महोत्सव पर रात्रि में भव्य बारात निकाली गई। मन्दिर के अन्दर से पालकी में दूल्हा जू के रूप में बिराजे भगवान की बारात मन्दिर के दरवाजे के बाहर निकली उसी समय सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा सलामी दी गई। इसके पूर्व मन्दिर के अन्दर पालकी में भगवान के बिराजने के पश्चात मध्यप्रदेश शासन के वाणिज्य कर मंत्र श्री बृजेंद्र सिंह राठौर ने पत्नि सहित क्षेत्रीय विधायक श्री अनिल कुमार जैन, प्रधान न्यायाधीश श्री योगेश दत्त शुक्ला, सीजेएम श्री प्रशांत शुक्ला, कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश कुमार श्रीवास्तव, तहसीलदार श्री रोहित वर्मा, नगर परिषद सीएमओ श्री प्रताप सिंह खेगर, पुलिस निरीक्षक श्री एनके त्रिपाठी आदि ने भगवान का फूल मालाओं से टीका कर भेंट अर्पित की। मन्दिर के अंदर से वाणिज्य कर मंत्री श्री राठौर, क्षेत्रीय विधायक श्री जैन, कलेक्टर श्री सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री श्रीवास्तव ने भगवान की पालकी अपने कंधो पर लेकर कुछ दूरी तक चले इसके पश्चात पालकी कहारों(केवट) ने ले ली।
   भगवान की बारात राजसी ठाट वाट के साथ मन्दिर के पीछे से होकर पूरे नगर में घुमाई गई। बारात में राजा शाही के समय पर साथ में चलने वाले प्रतीक चिन्ह जिसमे मुख्य रूप से जलती हुई मशाल पालकी के आगे चाँदी की छड़ी के साथ दरवान तथा राजसी चिह्न तिकोना आदि जो प्रमुख आकर्षण थे, साथ में चल रहे थे। बारात में बड़ी संख्या में धर्मध्वज जय श्री राम के नारे के साथ साथ लोग श्री राम धुन गा रहे थे। बारात में प्राचीन समय में बजने वाला रमतूला, बैंड-बाजे, विद्युत सजावट आदि के साथ साथ बारात के आगे बड़ी संख्या में घोड़े नृत्य करते हुए चल रहे थे। बारात में गोले भी चलाये जा रहे थे। नगर में घर घर पालकी रोक कर भगवान का स्वागत एवं आरती उतारी गई तथा तिलक कर भेंट दी गई। मध्य रात्रि में जानकी जी के मन्दिर पर द्वारचार एवं टीका संस्कार संपन्न हुआ। यहाँ टीका के समय आतिशबाजी भी चलाई गई एवं प्रसाद वितरण भी किया गया। इसके पश्चात बारात पुनः रामराजा मन्दिर पहुँची। बारात में बड़ी भारी संख्या में लोग शामिल हुए, जो पूरे समय रहे।  भगवान श्री राम के विवाह पर राम मंदिर में विशेष सजावट की गई थी।
   इस तीन दिवसीय श्री राम विवाह महोत्सव पर प्रांतीय कलाकार संघ मध्यप्रदेश के तत्वावधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ साथ न्यायाधीश श्री ऐके सिंह द्वारा श्री रामराजा के ओरछा आगमन की कथा सहित श्री सीताराम जी के विवाह की संगीतमयी कथा एवं भजन तीनो दिन प्रस्तुत किये गए। वही मन्दिर के बाहर श्री रामराजा सेवा दल द्वारा हर वर्ष की तरह धनुष यज्ञ रामलीला का मंचन किया गया जो पूरी रात चला। इसी क्रम में 2 दिसंबर को मन्दिर के अंदर प्रातः से रामकलेवा का कार्यक्रम एवं संगीतमय गायन होगा, जिसमें भगवान श्री राम को कलेवा कराया जायेगा। इस गायन में झाँसी की समिति द्वारा प्राचीन पारंपरिक विवाह के बुंदेली गीतो की प्रस्तुति की जायेगी।