बच्चों को ऐसी कहानी सुनाएं जिससे शोहरत, दौलत और इज्जत का महत्व स्पष्ट हो सके - श्री घनघोरिया
 
कहानी उत्सव संपन्न
 



 

 


   


 

   शिक्षा गुणवत्ता को सुनिश्चित करने एवं बच्चों में मंच के माध्यम से प्रतिभा निखारने के लिए प्रदेश में कहानी उत्सव कराया जाता है। इसी श्रृंखला में आज मंगलवार को कहानी उत्सव का समापन सामाजिक न्याय मंत्री श्री लखन घनघोरिया के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ।
    इस मौके पर मंत्री घनघोरिया ने अपने सम्बोधन में कहा कि कहानियां नैतिक, चारित्रिक और सामाजिक गुणों का विकास करती है तथा जीवन को परिष्कृत एवं परिमार्जित करती है। बच्चों को कहानी ऐसी सुनाई जाए जिससे कि जीवन में शोहरत, दौलत और इज्जत का महत्व स्पष्ट हो सके। उन्होंने कहानी के माध्यम से बताया कि एक बार अगर इज्जत चली जाए तो दोबारा लौटकर नहीं आती इसलिए जीवन में इज्जत के लिए सतत् सजग रहना चाहिए। विश्व विकलांग दिवस के मौके पर श्री घनघोरिया ने दिव्यांगता के क्षेत्र में चले रहे कार्यों एवं दिव्यांग बच्चों के कार्यक्रम का भी जिक्र किया।
    कहानी उत्सव में नौ जनपद शिक्षा केन्द्रों से 27 शिक्षक एवं 27 छात्र उपस्थित थे। प्रत्येक शिक्षक छात्र को 5 मिनिट कहानी सुनाने के लिए प्रदान किए गए। निर्णायक की भूमिका डॉ कल्पना द्विवेदी व्याख्याता, शिक्षा महाविद्यालय एवं डॉ रीना जैन, व्याख्याता मांटेसरी ने निभाई। कहानी उत्सव का प्रबंधन एपीसी घनश्याम बर्मन ने किया तथा कार्यक्रम का संचालन अजय रजक ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मॉडल स्कूल प्राचार्य श्रीमती वीणा बाजपेयी ने निभाई। मुख्य वक्ता डॉ आरपी चतुर्वेदी डीपीसी थे।   



(11 days ago)